नितिन गडकरी एक काफी अधिक मंझे हुए और लोकप्रिय नेता के तौर पर जाने जाते रहे है. उन्होंने बीते दशको में जिस तरह से एक सकारात्मक कार्य करने वाली राजनीति की है उसके कारण से लोगो के बीच में उनकी पैठ काफी अधिक बढ़ी ही है और ये काफी अच्छी बात ही कही जा सकती है. खैर जो भी है अगर हम अभी के लिहाज से बात करे तो इन दिनों में नितिन गडकरी के एक बयान के कारण से राजनीतिक गलियारों में सनसनी सी मच गयी है और ऐसा होते हुए हम लोग पहली बार ही देख रहे है.
समाज के लिए कार्य करना चाहते है गडकरी
मोदी सरकार में केबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने अपने हाल ही के उद्बोधन के दौरान कहा कि गांधी जी के समय में राजनीति देश की सेवा के लिए की जाती थी लेकिन अब लगता है वक्त बदल गया है अब लोग सत्ता में रहने के लिए राजनीति करने लगे है. आपको समझना बेहद जरूरी है कि ये राजनीति कल्याण के लिए है या फिर सत्ता में रहना के लिए?
अपनी बात को आगे बढाते हुए कहते है कि गांधी के समय में ये राजनीति सामाजिक आन्दोलन का भी हिस्सा थी लेकिन आजकल के हालातो को देखकर के बड़ी चिंता होती है. अब तो ये सिर्फ और सिर्फ सत्ता के ऊपर केन्द्रित हो गया है और ये देखकर के इसे छोड़ने का मन भी करता है, समाज हेतु कार्य करना है.
गुलदस्ते और पोस्टर वाले पसंद नही
नितिन गडकरी तो ये तक कह देते है कि जो लोग मेरे बड़े बड़े पोस्टर लगाते है और मेरे लिए गुलदस्ते लाते है मुझे उन लोगो से नफरत है. गडकरी सिर्फ सादा जीवन जीने और उसके जरिये समाज हेतु कार्य करने में यकीन रखते है और यही उनके राजनीति में आने के पीछे का मकसद भी है जो नजर आता है.
मोदी केबिनेट में वो सबसे अधिक बेहतरीन नेता के रूप में पहचाने गये है. अगर आज के मायने से देखे तो राजमागो और एक्सप्रेसवेज में जो प्रगति देखने को मिल रही है उसका श्रेय नितिन गडकरी को ही मिल रहा है.