भारतीय सभ्यता में गौ मूत्र का अपना एक बड़ा महत्त्व माना जाता रहा है और गाय को एक पशु ही नही बल्कि पवित्र माता के रूप में भी देखा जाता रहा है. कही न कही इसी कारण से ये पशु एक अहम् अंग बनकर के लोगो के जीवन में भी काफी अधिक लम्बे समय तक बना रहा है. खैर अगर हम लोग अभी की बात करते है तो अब तक तो सिर्फ भाजपा ही गाय को लेकर के प्रमोट करने वाली बाते करती दिखाई देती थी लेकिन अब कांग्रेस और उसकी सरकारे भी उसी राह पर चलते हुए नजर आ रही है.
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार खरीदेगी गौमूत्र, खाद बनाने में होगा उपयोग
अभी हाल ही में 28 जुलाई से छत्तीसगढ़ की सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत किसानो और पशुपालको के लिए के नयी योजना लाई गयी है जिसके तहत गायो के मूत्र को सरकार 4 रूपये प्रति लीटर के भाव पर खरीदेगी और इसके बाद में खाद आदि बनाने के कार्यो में इसका उपयोग किया जाएगा. इसके लिए संग्रहण केंद्र आदि भीविकसित किये जायेंगे जिसके जरिये ये पूरी चैन चलेगी.
खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी शुरुआत की जिसके तहत उन्होंने कुल 5 लीटर गौमूत्र बेचकर के 20 रूपये कमाए और इसके बाद में हस्ताक्षर भी किये. ये अपने आप में एक सांकेतिक कार्य था जिसके जरिये पता चलता है कि कही न कही लोगो के बीच में वो एक सकारात्मक सन्देश देने की कोशिश कर रहे है.
और भी है गाय के फायदे
सरकारे समय समय पर गाय को लेकर के कई अभियान आदि चलाती रहती है क्योंकि ये पशु अपने आप में अपने साथ में कई फायदे लेकर के चलता है. जहाँ इसके दूध से दही और पूरा डेरी उद्योग चल जाता है, पनीर जैसी पौष्टिक चीजो का उत्पादन हो जाता है. वही दूसरी तरफ इसके मल मूत्र से खाद का निर्माण हो जाता है जो लोगो की आजीविका में ख़ास भूमिका निभाता है.
इस कारण से भारत में काफी अधिक लम्बे समय से गौशाला का कल्चर रहा है जिसमे हजारो की संख्या में गाये पाली जाती रही है और लोग इसको काफी अच्छे से समझते भी है.