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73 दिनों तक चली संगठनात्मक उठापटक के साथ ही प्रदेश इकाई में मदन लाल सैनी को राजस्थान भाजपा का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है ।
यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भाजपा नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सहमति और असहमति का एक लंबा दौर चल रहा चल रहा था । राजस्थान की राजनीति के विश्लेषकों के मुताबिक मदन लाल सैनी का नाम चुने जाने के पीछे कई कारण हैं ।
उन कारणों में से प्रमुख कारण यह है, कि वर्तमान स्थिति में भाजपा को एक ऐसा चेहरा चाहिए था, जो केंद्रीय नेतृत्व व राज्य नेतृत्व का करीबी हो, उसकी राज्य सरकार में राजनीतिक महत्वकांक्षा ना हो ,संगठन में मजबूत पकड़ रखता हो,जो प्रदेश नेतृत्व को वोट भी दिलवा सके ।
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